Homeअज्ञात कविहमारे ऐतबार की हद ना पूछ ग़ालिब हमारे ऐतबार की हद ना पूछ ग़ालिब संदीप पाटीदार अज्ञात कवि 30/09/2014 No Comments हमारे ऐतबार की हद ना पूछ ग़ालिब; उसने दिन को रात कहा और हमने पैग बना लिया। Tweet Pin It Related Posts ज़िन्दगी की सच्चाई – अनु महेश्वरी तुम्हारी फ़िक्र- आनन्द दोहे About The Author संदीप भारतीय संस्कृती का कट्टरवादी Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.