नेता जी निकले यात्रा पर,
लेकर छड़ी टोपी सिर पर ।
बड़े जोश में पाओं धरे ,
पूछने पर बोले अस्पताल चले ।
जोड़ों में बड़ा है दर्द,
तुम क्या जानो तुम हो मर्द ।
बड़ी देर में जांच कराई,
तब जा कर स्मृति आई ।
इलाज कराना है जरुरी ,
इंग्लॅण्ड जा कर होगी पूरी ।
पैसों की चिंता मत करना,
जनता पर दिया है धरना ।
कर लगा कर हमने उन पर,
पूरा किया है खर्चा अक्सर ।
जनता कि मत पूछो करनी,
वे तो हैं भेड़ और बकरी ।
जिसका हमने फायदा उठाया,
हवाई जहाज का टिकट बनवाया ।
यही हमारी नीति है,
जो नेता में जरुरी है ।
अब न हमको तुम रोको,
जाना है हमको रास्ता छोडो ।
नेता जी निकल चुके यात्रा पर,
लेकर छड़ी टोपी सिर पर ।
जनता को मूर्ख बनाया,
कहते यही है हमारी माया ।
देवेश दीक्षित
9582932268