१-सच कहुँ तूने मेरे दिलको तो दुखाया था
ये और बात है कोई गवाह नहीं है मेरा
२-अजीब सा इत्तेफाक था हमारा मिलना भी यारो
मौत का बुलावा आया दोनों को एक ही जगह
३-क्यूँ ऐसे हारते हो तुम हौसला रखिए मैं हुँ ना
वलवान वक्त के आगे आँखें बचा के चलना है
४-मुलाकात क्या हुयी के हमसफर हो गए उन के
क्या करते कर दिया दिल ने इनकार लौटने से
५-अजीब सी परेशानियाँ घेर लेतीं हैं दिवानों को
अक्सर वो जीते हैं सभी सपनों की सरहदों में
६-मिलता नहीं उस को कभी सम्मान इस दुनियाँ में
जिस शख़्स की नहीं है कोइ पहचान इस दुनियाँ में
७-आसानी आराम से जीना आता नहीं इन्सानों को
कुरेदते रहते हैं सभी परेशानियाँ तेरि मेरी
८-अजब सी मुस्किलें मेरी इधर भी हैं उधर भी हैं
एक जां है चाहने वाले इधर भी हैं उधर भी हैं
९-कैसे बनुँ यारा तेरा जहाँ में और् भी हैं बहुत्
मेरे नादां दिल की खबर रखते हैं और भी बहुत
१०-तुम्हारे बेजान् दिल का हवाला दे के कहते हैं
एक दिन् हमारे सिवा तुम्हारा कोइ न होगा
११-हमारी चाहत् का निशां तुम्हारे लहजे में मिला
खुदा से मन्नत है मेरी तोहफा है सलामत् रखना
१२-जरुर् खयाल् रखते होंगे शीसे के घर् बनाने वाले
ओलों की बरसात में कैसे बचाएंगे मकां अपना
१३-तमाम् मेरे इरादे भी मुकर के रहने लगे
एक तुम हो क्या देखा के आसपास रहते हो
१४-गल्तियाँ हैं पहले कभी इस तरह नहीं की मैंने
तुम्हारा जो दीदार हुआ आप से आप होने लगीं