Homeअज्ञात कविभगवान भगवान rk pant अज्ञात कवि 28/01/2014 No Comments भक्तों की भक्ति में बडा आनन्द आता है किशना मथुरा बृन्दाबन यहीं आनन्द आता है किशना कुछ बिनती मेरी भी सुनना फरियादें रही हैं मेरी तेरा हात सर पे हो तो आनन्द आता है किशना Tweet Pin It Related Posts दोहावली – बिन्देश्वर प्रसाद शर्मा – बिन्दु कैसा हैं यह कलयुग चमचागीरी-68 About The Author kishna Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.