मुस्कान तो कभी मिली ही नहीं किसी को इस जहां मे सदा के लिये,
क्योंकि खुशियां मिलते ही भूल जाते हैं उस रब को सदा के लिये,
भरोसा तोड के गया है हर शक्स इस दुनिया में,
इसलिये भरोसा करना ही छोड दिया है हमने सदा के लिये !!
आपकी ये शायरी पढ़ के कुछ अर्ज कर रहा हूँ
वहीँ से होती हैं नई शुरुवातें अक्सर,
जहा रस्ते बंद नजर आया करते हैं |
मुश्किलों के होते हैं समाधान अक्सर,
वो जल्दबाजी में कम नज़र आया करते हैं ||
आपकी ये शायरी पढ़ के कुछ अर्ज कर रहा हूँ
वहीँ से होती हैं नई शुरुवातें अक्सर,
जहा रस्ते बंद नजर आया करते हैं |
मुश्किलों के होते हैं समाधान अक्सर,
वो जल्दबाजी में कम नज़र आया करते हैं ||
इसलिए कहता हूँ हिम्मत न हारो |
बहारें फिर आएँगी.
bht khoob likha hai aapne
Very good
Thanks Abhiraj jii
सुन्दर रचना!
dhanywaaad shubham Shrivastav ‘OM’ ji
धन्यवाद रचना सुन्दर