कहते हैं कुछ लोग, हमें प्यार करना नहीं आता,
अच्छे लोगो पर हमें, ऐतबार करना नहीं आता।
किसी की दुआएं मरने भी नहीं देती हमें और,
कहते हैं लोग, हमें जीकर मरना नहीं आता।।
उसे भुलाकर जीना चाहा तो बेवफा कहने लगे,
याद रखते थे तो कहते थे हमे भुलाना नहीं आता।
क्यूँ ख़ुशी में दिन छोटे और गम में रातें बड़ी लगती हैं?
क्यूँ हर रात के बाद सुहाना कल नहीं आता?
ख़ुशी की घड़ियाँ बख्श दे मेरे मालिक,
इस पागल को मर मर के जीना नहीं आता।।
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