Homeसुखमंगल सिंहबद्लॉन बद्लॉन akanksha singh सुखमंगल सिंह 31/10/2013 No Comments पियवा बदलि कोई लेत, बदलौनी मै देतो। पिया से कही हम लकड़ी तोड़न को, तोड़ लेहनय घर की बडेर, बलिक बदलौनी मै देतो॥ पिया से कही हम मछली मारन को, मार देहनय घर की विलाय, बलिक बदलौनी मै देतो॥ पिया से कहीला हम रंडी रखन को, राखि लेहनै घर की जवाय?. Tweet Pin It Related Posts गंदगी लाज मोरी राखा ‘विकि दान-दानवीर’ About The Author akanksha singh Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.