सजा पर छोड दिया, दुआ पर छोड दिया,
हर एक काम को हमने खुदा पर छोड दिया,
वो हमको याद रखे य फिर भुला दे,
उस का काम था उसी कि रजा पर छोड दिया,
अब उसकि मरजी जला दे या बुझा दे,
चीराग हमने भी जला कर हवा पर छोड दिया,
अब उससे बात किये बगैर कैसे रहेगे हम,
ये मसला दुआ का था इसलिए दुआ पर छोड दिया,
इसलिए तो कहते है वो दीवाने हमको,
कि हमने सारा जमाना वफा पर छोड दिया…….
ajay ji bahut achchi gajal likhi hai badhai hai aapko.
bohat bohat dhanywad…