जब चारो तरफ प्रत्यासियों की लगी बाजार।
जनता सोच समझ ले वोट दे होशियार ।|
वोट देना वोटरो अपना अधिकार मानो ।
मुल्क मुकम्मल प्रत्यासियों से अविकार माँगो ।|
दागी दामन दाग लगाये उन्हे हटाआ॓ ।
मूल्यवान मत वोटर सारे गौरव गाऒ ।|
अभी उनकी बोलियों में वही तीर कमान |
जीत की कटारी पास होगी हर एक म्यान ||
देश की देने वाले हो जिनको तू कमान |
कही वे तुम्हारा चुनकर करे ना अपमान ||
आयोग से कहो निकाले अपना फरमान |
कोई नहीं कोई नहीं मंगल करें गान ||