आओ कुछ कर दिखाए
यह समय नहीं है सोने का
यह वक्त नहीं है रोने का
अब जाग उठो और कमर कसो
समय है कुछ कर दिखाने का
आओ अब हम सब मिलकर
करें प्रण एक होकर
खत्म करो वह भ्रष्टाचार
जिससे देश में हाहाकार
गाँधी जी के सपनो को
साकार हमें करना होगा
अपनी प्यारी मातृभूमि पर
राम राज लाना होगा
जाग गया है अब जनजन
भ्रष्टाचार मिटाने को
मेरा भी मन मचल रहा है
अब कुछ कर दिखाने को
द्वारा – प्रद्युम्न शर्मा
कक्षा- दसवी (१४ वर्ष)
केंद्रीय विद्यालय क्रमांक – १ झांसी छावनी
उत्तर प्रदेश