Homeअज्ञात कविशांति वार्ता शांति वार्ता PREM68 अज्ञात कवि 16/01/2013 3 Comments शांति वार्ता यथावत रहेगी .. चाहे सर कटे .. ज़ुका हुआ सर .. और भी क्या कर सकता हे ? – परेश दवे (भारत सरकारकी अधीर शांति को समर्पित ) Tweet Pin It Related Posts #दर्दे नयन दिहाड़ी मजदूर रचना प्रतियोगिता में शामिल है, एक बार अवश्य पढ़ें और उपयुक्त लगने पर अपने मत दें. कितनी बेबस थी तू About The Author PREM68 3 Comments CB Singh 24/01/2013 आपकी कविता हिंदी साहित्य पर प्रकाशित है परन्तु आपके नाम से नहीं है | अत: आप अपना नाम इस काव्य संकलन शामिल करवाएं | यह बहुत सुन्दर कविता है | ऐसी कवितायें आप और भी लिखे | शुभकामनाओं सहित | Reply PARESH DAVE 24/01/2013 thanks a lot .. i write in Gujarati and Hindi .. will share more .. Reply ganesh dutt 25/01/2013 सुन्दर कविता Reply Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
आपकी कविता हिंदी साहित्य पर प्रकाशित है परन्तु आपके नाम से नहीं है |
अत: आप अपना नाम इस काव्य संकलन शामिल करवाएं |
यह बहुत सुन्दर कविता है |
ऐसी कवितायें आप और भी लिखे |
शुभकामनाओं सहित |
thanks a lot .. i write in Gujarati and Hindi .. will share more ..
सुन्दर कविता