Homeख़्वाजा हैदर अली 'आतिश'यार को मैं ने मुझे यार ने सोने न दिया यार को मैं ने मुझे यार ने सोने न दिया के. एम. सखी ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश' 17/02/2012 No Comments यार को मैं ने मुझे यार ने सोने न दिया रात भर तालि’-ए-बेदार ने सोने न दिया एक शब बुलबुल-ए-बेताब के जागे न नसीब पहलू-ए-गुल में कभी ख़ार ने सोने न दिया रात भर कीं दिल-ए-बेताब ने बातें मुझ से मुझ को इस इश्क़ के बीमार ने सोने न दिया Tweet Pin It Related Posts दोस्त हो जब दुश्मने-जाँ सुन तो सही जहाँ में है तेरा फ़साना क्या ये आरज़ू थी तुझे गुल के रूबरू करते About The Author के. एम. सखी Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.