Homeआशुतोष मिश्रास्त्री की कराह स्त्री की कराह ashutosh28 आशुतोष मिश्रा 19/12/2012 No Comments कराह के राह पर छोड़ दिया, प्यार ने मुझको सींचा । पता न था स्त्री होने की इतनी बड़ी सजा होगी । चीर दुशासन ने भरी सभा में भीष्म के सामने खींचा । न जाने भीष्म को इसकी कब सजा होगी । Tweet Pin It Related Posts मन्जिल प्रेयसी मौत About The Author ashutosh28 Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.