रोता नहीं है कोई भी किसी और के लिए
सब अपनी अपनी किस्मत को ले लेकर खूब रोते हैं
प्यार की दौलत को कभी छोटा न समझना तुम
होते है बदनसीब ,जो पाकर इसे खोते हैं
कबि ,लेखक और गज़लकार . ब्लॉग उन लोगों को समर्पित है जो चार पल की जिंदगी में कुछ समय के लिए मेरी जिंदगी में आये और चले गए और उन लोगों को भी समर्पित है जो अभी भी मेरी जिंदगी में एक अहम् मुकाम रखते हैं . मैं एक सरकारी अधिकारी हूँ। मुझे पढ़ने-लिखने का शौक है । मैं जो भी महसूस करता हूँ, निर्भयता से उसे लिखता हूँ। अपनी प्रशंसा करना मुझे आता नही इसलिए मुझे अपने बारे में सभी मित्रों की टिप्पणियों पर कोई एतराज भी नही होता है। मेरा ब्लॉग पढ़कर आप नि:संकोच मेरी त्रुटियों को अवश्य बताएँ। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि प्रत्येक ब्लॉगर मित्र के अच्छे सुझाब की अवश्य सराहना करूंगा । जीवन के अनुभव खुद व् खुद शब्दों के माध्यम से कभी गीत तो कभी ग़ज़ल और कभी आलेख के रूप में मुझे मिलते रहे