Homeरौशन पाठकदिल और जला ले मेरा दिल और जला ले मेरा Raushan Pathak रौशन पाठक 27/09/2012 No Comments दिल और जला ले मेरा क्या दिल नही भरा तेरा मुझे प्यार के आंसू रूला के, कि जला रही हो दिल मेरा, मेरी बेवशी पै मुस्कुरा के । दिल और जला ले मेरा किसी और से मोह्ब्ब्त करके । मेरे दिल पै ठोकर मारी, और के दिल को जहा बनाया । अब दिल मे आग लगाती हो, ख्वाबो मेरे आ – आ के ॥ दिल और जल ले मेरा………. मेरा हाथ ना थामा तुने, चली गई तू मुझसे मुकङ के । अब मुस्काती हो देख मुझे, किसी और का हाथ पकङके ॥ दिल और जल ले मेरा………. मेरी राहे सुनी करके, और के राह को मुकाम बनाया । क्या मिलता अब ईठला कर, रस्ते से मेरे गुजरके ॥ दिल और जल ले मेरा………. अब मुझसे क्या लेना है, बचा क्या तुझसे बिछङके । ले-ले बची सासे भी जो है, चैन आये मुझको भी मरके ॥ दिल और जल ले मेरा………. Tweet Pin It Related Posts मै जिन्दा भी नही जाने कितनी बार उम्र तमाम नाकाम रहा । About The Author Raushan Pathak Born on 06.09.1986, in Madhubani District in Bihar. A Chartered Accountant, working with a Public Co. currently staying in Bilaspur (Chhatisgarh) Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.