तेरी खातीर ही तेरी महफ़िल में आया हूँ ,
अपना ले मुझे जमाने का सताया हूँ ,
तू मुझसे खफा न हो सकेगा कभी ,
यकीन कर मैं तेरा ही हमसाया हूँ ,
अब मुस्कुरा भी दे के मौसम बहार है ,
गम छोड़ खुशीयां समेट लाया हूँ ,
तेरी चाहत खुशी तेरी रजा की खातीर ,
अपनी दुनियां कहीं पीछे छोड़ आया हूँ !!