माँ दर्द है
माँ जख्म है
माँ दिन है
माँ रात है
माँ सूर्य है
माँ चाँद है
घटाओं में माँ
हवाओं में माँ
आकाश में माँ
पाताल में माँ
हर सोच में माँ
हर खोज में माँ
हर दिल में माँ
हर दिन में माँ
पूरब में माँ
पश्चिम में माँ
उत्तर में माँ
दक्षिण में माँ
नींदों में माँ
ख्वाबों में माँ
ख्यालों में माँ
सवालों में माँ
अमृत में माँ
विष में माँ
हर जगह में माँ
हर सुबह में माँ…..
आपकी यह बेहतरीन रचना बुधवार 19/09/2012 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
sahi kaha ….har jagah maa
बेहतरीन
धन्यवाद महोदय …
बहुत सुंदर रचना |
मेरी नई पोस्ट:-मेरा काव्य-पिटारा:बुलाया करो