Homeअटल बिहारी वाजपेयीक्षमा याचना क्षमा याचना शहरयार 'शहरी' अटल बिहारी वाजपेयी 14/02/2012 No Comments क्षमा करो बापू! तुम हमको, बचन भंग के हम अपराधी, राजघाट को किया अपावन, मंज़िल भूले, यात्रा आधी। जयप्रकाश जी! रखो भरोसा, टूटे सपनों को जोड़ेंगे। चिताभस्म की चिंगारी से, अन्धकार के गढ़ तोड़ेंगे। Tweet Pin It Related Posts क़दम मिला कर चलना होगा मैंने जन्म नहीं मांगा था! यक्ष प्रश्न About The Author शहरयार 'शहरी' Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.