Homeभोला नाथ शुक्ल 'मित्र'गोपाल गोपाल गोपाल : गोपाल गोपाल गोपाल : bholanathshukla भोला नाथ शुक्ल 'मित्र' 09/08/2012 No Comments गोपाल गोपाल गोपाल कस्तुरी तिलकम ललाटपटले, वक्षस्थले कौस्तुभम । नासाग्रे वरमौक्तिकम करतले, वेणु करे कंकणम । सर्वांगे हरिचन्दनम सुललितम, कंठे च मुक्तावलि । गोपस्त्री परिवेश्तिथो विजयते,गोपाल चूडामणी ॥ Tweet Pin It Related Posts ज्योतिष चर्चा पितृ दिवस पर विशेष मस्ती About The Author bholanathshukla शाशक वर्ग से निवेदन " बंद करो सियासत की चालें वरना हो जाएगी प्यारी कोयल चीलों के हवाले। Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.