Homeसंजीव आर्यापलक का ये इशारा है इन आँखों में आब न देखूँ पलक का ये इशारा है इन आँखों में आब न देखूँ sanjeev arya संजीव आर्या 28/06/2012 No Comments पलक का ये इशारा है इन आँखों में आब न देखूँ के आँखों से तो सब देखूँ मगर कोई ख्वाब न देखूँ निगाह-ए-शौक को तन्हा करूँ जो अब न तुम्हे देखूँ कभी छत पर ही आ जाओ तो फिर माहताब न देखूँ – संजीव आर्या Tweet Pin It Related Posts पनाहे दे रहें हैं सब , रिहाई हमने मांगी हैं हाइकु लोरी खीर की गुज़रता रहा इस उम्र का कारवाँ जब तक About The Author sanjeevarya Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.