१. मैं ऐसा न था
जो तुने मुझे बना दिया |
२. वाहिद सा , ज़रिया-ए-इज़हार से अनजान
जाने ! कब तूने इश्क करना सिखा दिया |
मैं ऐसा न था ………………….
३. इक रोज ऐसा आया
तुझमें मुझको रब दिखलाया |
४. इक हसीन सा एहसास था ये
बस इसी एहसास में जीता था |
मैं ऐसा न था …………………..
५. एहसास ने ऐसा बहाया
इक अलग इंसान बनाया |
६. दफअतन इक झोंका आया
कम्बखत ने बहुत रुलाया |
मैं ऐसा न था …………………….
७. रब मुझसे रूठ गया
दिल शीशे सा टूट गया |
८. अलग ही मह्साब था उसका
खुली आँखों से था जो रब दिखलाया |
मैं ऐसा न था ……………………
९. ये एहसास है ही कुछ ऐसा
कभी फरह कभी दर्दो-गम जैसा |
१०.बस इसी एहसास में जीता हूँ
रब-रब रटता रहता हूँ |
मैं ऐसा न था ……….जो तूने मुझे बना दिया
ATI SUNDAR