Homeसंजीव आर्याकोई जब हाथ ये देखे मैं तेरा हूँ निकल आये कोई जब हाथ ये देखे मैं तेरा हूँ निकल आये sanjeev arya संजीव आर्या 21/06/2012 No Comments कोई जब हाथ ये देखे मैं तेरा हूँ निकल आये नमी भी हो चले रुखसत चश्म से खूँ निकल आये तुम्हारी याद से निकलूँ किसी कागज पे कुछ लिखकर हर इक मिसरे को जब देखूं गज़ल में तू निकल आये संजीव आर्या Tweet Pin It Related Posts उतर आया जो आँखों में तुम्हारा ही तो किस्सा हूँ गुज़रता रहा इस उम्र का कारवाँ जब तक फ़ज़ाओं में महकने लग रहा हूँ About The Author sanjeevarya Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.