Homeसंजीव आर्याउतर आया जो आँखों में तुम्हारा ही तो किस्सा हूँ उतर आया जो आँखों में तुम्हारा ही तो किस्सा हूँ sanjeev arya संजीव आर्या 19/06/2012 No Comments उतर आया जो आँखों में तुम्हारा ही तो किस्सा हूँ दबा कर होठ ही कह दो तुम्हारा ही तो हिस्सा हूँ मुझे अपने तसव्वुर में कहीं तुम कैद अब कर दो मैं वैसा ही तो हो जाऊं मैं जैसा हूँ मैं जिस सा हूँ -संजीव आर्या Tweet Pin It Related Posts जिस्म सलामत लेकिन अपनी रूह को घायल कहता हूँ गम-ए-दिल आज फिर अश्कों में नहाने निकले अँधेरी रातों में भी उजाले थे About The Author sanjeevarya Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.