वनस्पतियों में हरा
सिर्फ वह रंग नहीं है
जिसकी वजह से वनस्पतियां हरी हैं
सिर्फ पंख नहीं वे जो चिडि़यों को उड़ा कर
हजारों कोस लम्बे सफर ले जाते हैं
हर बार मिल जाते हैं
रेगिस्तान में भी नन्हे लाल फूल
मुझे नहीं लगता उन्हें रेत उगाने के लिए
कोई सिरफिरा आया होगा इतनी दूर
जिस सहजता से अंडों का कवच तोड़ कर
बाहर निकल आते हैं
मगरमच्छ के बच्चे
उसे देख कर स्त्रियों को सचमुच ईष्र्या हो सकती है
निरीह सांपों की त्वचा इतनी चमकदार और चित्ताकर्षक है
कि दुनिया के प्रायः हर देश में
इससे महंगे बटुए बनाए जाने का रिवाज है
जिस विधि से गुनगुनाती हुई मधुमक्खियां खोज लेती हैं
अपनी पसन्द के फूल
वही सिखला देती होगी ऊदबिलावों को उल्टा तैरना
वह ठीक-ठीक क्या है
जो फलों में स्वाद, आग में गरमी और पानी में तरल है ?
आपके बारे में तो नहीं मालूम
लेकिन मित्रो
इस सवाल के बाद किसी भी ताजा संतरे की सुगन्ध से
मैं कभी भी कर सकता हूँ शुरू अपना
नया जीवन
This is inspiring poem
by
Ghar Ka Vaidya