उसकी उमर ग्यारह साल है।
वह अपना दिन
शुरू करता है
चाय की चुस्कियों से
और रात/समाप्त करता है
बीड़ी के धुएं में।
वह अपने पेट से
साइकिलों में हवा भरता है
आंखों से दुनियादारी देखता है
हाथों से चाकू खेलता है
दिमाग से
नई नई गालियों का उत्पादन करके
जुबान से
उन्हें निर्यात करता है।
उसकी उमर ग्यारह साल है।
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