भावों की अभिव्यक्ति का करती विधान है
आर्य-भूमि की संस्कृति का शाश्वत-प्रमाण है
माला की मणियों-सा जिसने हमें पिरोया
देश-देह की ऊर्जा-संवेदना-प्राण है
भारत-माता के माथे की बिंदी है
राष्ट्र-चेतना की संवाहक हिंदी है
भारत के जन-गण की भाषा हिंदी
राष्ट्र-भाषा , देवनागरी-हिंदी है