Homeअज़ीज़ लखनवीकैसे कहूँ कैसे कहूँ शुभाष अज़ीज़ लखनवी 13/02/2012 No Comments हर बात जो कही थी, हर काम जो किया, हर पीर जो सही थी, हर नाम जो लिया… कैसे कहूँ, अनामे। हर एक में तुम्हीं थीं, विपदा न कम रही थी, संघर्ष में जिया। Tweet Pin It Related Posts आओ, हम फिर से जियें आभार-स्वीकार शहर के बीच About The Author शुभाष Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.