कब से जनता की थी गुहार
आये कोई ऐसी सरकार
जो धारा तीन सौ सत्तर पर
करे कोई प्रचंड प्रहार
अनुकूल जो धारा ये थी
फिर घाटी में क्यों था हाहाकार
अलगाव-आतंकवादी के लिए
था 370 एक औज़ार
कश्मीर की घाटी में
कब से हो रहा था अत्याचार
नींद से जनता जाग गई है
जय हिंद की भरते है हुंकार
थी कश्मीर और भारत में
खड़ी 370 एक छद्म दीवार
दृढसंकल्पित आर्यपुत्रो ने
दिया गिरा वो बैरी दीवार
था किया लहूलुहान भारत का मस्तक
धारा 370 का ये हथियार
हटा के धारा 370 को
कुन्द कर दिया दुश्मन का धार
गलती हो गयी थी पहले
जब थी नेहरू की सरकार
किया सुधार उस गलती को
जब आई मोदी सरकार
बेहद खूबसूरत आदरणीय…. एक सुझाव है कि रचना में किसी भी व्यक्ति विशेष…धर्म या जाती का नाम लेने से बचें…
धन्यवाद महोदय,आपका सुझाव पर आगे से ध्यान दूंगा।