तुम्हे क्यों लगता हैअगर तुम नहीं रहोगी तोमैं भी नहीं रहूँगामेरे दर्द पर तुम मुस्कुरा सकोभला इतना हक तुम्हे कैसे दूंगातुम ये मत सोचो कितुम्हारे इन्तज़ार मेंज़िंदगी भर रुका रहूँगाजो भी हुआ ,अच्छा ही हुआजाने का इरादा तुमने किया थामैं क्यों आखिर तुम्हारे लिएदेवदास बन कर रहूँगादेखो मैं ना तुम्हे किसी मधुशाला में मिलूँगाना ही तुम्हारे दर्द में पागल हो जाऊंगापहले मैं तुम्हारे साथ रहा करता थापर आजमैं अपने साथ हूँ और खुश हूँतुम्हारे साथ रह कर खुद को ही भूलने लगा थासुबह-शाम ,दिन और राततुम्हारे बारे में ही सोचता थाऐसा लगता था मानोतुम नहीं तो कुछ भी नहींमैं कमबख्त तुम्हारी मुस्कान को हीअपनी दुनिया समझने लगा थादेखो ,तुम गलतफहमी में मत रहनातुम्हारे जाने के बाद मैं खुद को समझने लगा हूँमुझे तुम्हारे ना होने का कोई मलाल नहींअब मेरी पूरी ज़िन्दागी सिर्फ मेरी होगीअब किसी और के हिसाब से खुद को नहीं बदलूँगाअब तुम्हारे साथ नहीं, अपने साथ रहूँगागर तुम देख सकती हो तो देख लोमैं अपने साथ हूँ और खुश हूँ–अभिषेक राजहंस
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
बहुत ही सुन्दर अभि
धन्यवाद दीदी
अति सुंदर
धन्यवाद sir