भंवर अपने प्यार की नैया के खेवैया तो हमीं थे फिर दोष दें किसको ………………..के हमें डूबो दिया मोहब्बत के भंवर में …………………….सर्वजीत सिंह [email protected]
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
बात सही है आपकी …………अपना दोष किसे दे सकते है !
नाव हमारी थी, हमारी पतवार
हम खुद ही थे, इसके खेवनहार
अब भंवर में डूबने का दोष किसे दे
इश्क-ऐ-दरियाँ के हम ही जिम्मेदार !!
बिलकुल ठीक जनाब ………….. दिल तो करता है कि किसी और को दोषी कहें पर कह नहीं सकते- बहुत बहुत धन्यवाद निवातिया जी।
Aksar yahi hota hai ………
बिलकुल ठीक मधुकर जी, आपका बहुत बहुत आभार।
BAHUT KHUB SARVAJEET JEE.
बिंदु जी बहुत बहुत आभार आपका।