अरमान – सर्वजीत सिंहदिल में तुम समा गई दिल का गुमान हो गई तुम ही मेरी जिन्दगी तुम ही मेरी जान हो गई ना जाने कब से रूठी हुई थी मेरी किस्मत तुम्हारे आने से वो भी अब मेहरबान हो गई मुझे देख कर सब कहते थे पगला दीवाना तुम्हारे साथ चलने से मेरी भी शान हो गई तुम्हे पा कर अब सब कुछ पा लिया है मैंने सब दुःख तकलीफें अब तो अनजान हो गई सारी ख्वाहिशें मर चुकी थी मेरी जिन्दगी की अब तो तुम ही मेरे जीने का अरमान हो गईसर्वजीत सिंह[email protected]: 9324969494
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बेहद खूबसूरत…………
तहे दिल से शुक्रिया ……………………………… शर्मा जी !
बेहतरीन ग़ज़ल बधाई हो
बहुत बहुत आभार आपका ……………………………….. बिंदु जी !
बेहतरीन …………..!!
बहुत बहुत शुक्रिया ……………………………………………….. निवातिया जी !
Bahut khoob Sarvjeet …….
बहुत बहुत धन्यवाद ……………………………………… मधुकर जी !