सोचे बिना ये इश्क मैंने तुमसे जो कर लियाअपने वीरान सपनों को तेरे रंग से भर लिया कोई नहीं है ऊँच नीच अब तेरे मेरे दरम्यानतेरी हर अदा को मैंने निज सर पे धर लिया तूने भी तो अपना करम कुछ इस तरह कियाखुद को मिटा हर गम मेरा चुटकी में हर लियाजब जब तू आ गई मेरी अंखियॊं के सामनेछवियां नज़र में भर तेरी मैं भी संवर लियाबारिश हुई जब प्रेम की सब मैल धुल गयाउदासी भरा चेहरा मेरा मधुकर निखर लिया शिशिर मधुकर
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
प्रेम आनंद का लुफ्त उठाते सुंदर वचन !
Tahe dil se shukriya Nivatiya Ji……
laajwaab……………
Tahe dil se shukriya Babbu Ji ………………
बहुत ही खुबसूरत सर
Dhanyavaad Bhavna Ji …….