गुरुपूर्णिमा के पावन पर्व पर गुरुजी के श्री चरणों मे समर्पित चंद दोहे….=======================साढ़ मास की पूर्णिमा,गुरु पूनम कहलाय ।गुरू ज्ञान की जोत से,तम को दूर भगाय ।।”गु”और “रू” के मेल से,अन्धकार टर जाय ।गुरू ज्ञान का पुंज है,सब विधि लियो मनाय ।।अन्धकार को दूर कर,देते राह दिखाय ।गुरू कृपा है बलबती,यह गोविन्द बताय ।।गुरू अलौकिक तेज़ सम,बन पूनम सारंग ।रोशन सारा जग करे,ज्ञान जोत ले संग ।।गु गहरा अंधियार है,रु को रोका जान ।इन दोनो के मेल से,हुआ गुरु निर्माण ।।साढ़ मास पूनम तिथी,मनभावन है घाम ।देख मनाता आज जग,दिवस एक गुरु नाम ।।=========================नवीन श्रोत्रिय”उत्कर्ष”www.NKUtkarsh.Blogspot.com
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Sundar dohe ……..
नमन आभार आदरेय
गुरु का वंदन करते बेहतरीन दोहे….. घाम को धाम कर लीजिये….यह गोविन्द बताये कि जगह आप “कह गोविन्द बताये” देखिये सोच के….पूर्णता का अहसास होता क्या….
हार्दिक आभार आदरणीय श्री,
घाम=धूप,
Beautiful ,Guru vandana
नमन आभार वन्दनीया