कवि का मान है कविता, उसकी पहचान है कविता,दिल की बात जो पहुंचा दे दिल तक,वह आधार है कविता,जज्वात को पिरोकर शब्दों में,शब्दों का हार बनाती कविता,कभी प्यार का करती इजहार,तो कभी मनुहार करती कविता,कभी दिखाती रौद्र रूप क्रोध कातो कभी झूठे आडम्बरों पर प्रहार करती कविता,कभी भावनाओं के सागर में खाती हिलोरें,तो कभी आसमान को छूने का ख्वाब दिखाती कविता,हर रंग हो जिसमें जिंदगी के,ऐसा इंद्रधनुष बनाती कविता,कवि के हर भावों को बनाकर खूबसूरत,पाठकों का दिलाती प्यार कविता,कवि का मान है कविता, उसकी पहचान है कविता।By: Dr Swati Gupta
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सत्य कहा अपने ……………..अति सुंदर स्वाति जी !
आपका बहुत बहुत धन्यवाद Sir।
बहुत ही खुबसूरत रचना
बहुत आभार आपका भावना जी।
ek dam stya……..bahut badhiya……….
Thanks a lot Sir.
बहुत सुंदर कृति
Thanks a lot Sir
बहुत सुंदर….
Thanks a lot Anu
Ati sundar Dr. Swati…….
Thanks a lot Sir