एक आदमीसालों से पेट की भूखभुलाने के लिएउस बड़े गड्ढे को भरने के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया अल्ला का भी नाम लिया गिरजे में जेशु के पास जाकर भोजन माँगा पर उसे तो भोजन ही नहीं मिला उलटे उसकी भूख जंगल की आग की तरह फैलने लगा इसलिए तो सभी तरहों की देवताओं को भूलकर काम करने लगा देह की पसीना बहाने लगा परिणाम में उसे अब भर पेट भोजन मिलने लगा .
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खूबसूरत रचना चंद्रमोहन जी।
Dhanyavad
बहुत ही खुबसूरत रचना है सर
ati sundar…………………
बड़ी बात कहने की अच्छी कोशिश