दंगो में न मरता हिन्दून मरता मुसलमान हैइस दंगे की आग में झुलसता हिन्दुस्तान है आग लगाते जो हमारे घरो में गद्दी पे बैठे हुक्मरान है वोट की राजनीति में सुलगा रहे हिन्दुस्तान हैदंगो की आग मेंमर जाती है इंसानियतजीतता हैवान हैबंट जाता दिल हैऔर टूटता हिन्दुस्तान है दंगो की आग से घर में जलते ना चुल्हियाँ सियासतखोर सेंक जाते अपने मतलब की रोटियाँदंगो की आग भड़काने वालेना राम के हैना रहीम केये औलाद है चंगेज के दंगो की आग में न मरता हिन्दू न मरता मुसलमान है मर जाता राम है मर जाता रहीम है मर जाता हिन्दुस्तान है- द्वारा रचित———–अभिषेक राजहंस—–
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सशक्त अभिव्यक्ति
मर जाता राम है
मर जाता रहीम है
वाह वाह
Very nice….
सत्य कहा आपने अभिषेक……….!!
सही कहा है राजहंस जी काश मनुष्य अपनी भगवान की रक्षा के नाम पर आपने भाइयों का खून बहाना बंद करते
Very true. But fanaticism always kills rationale.
👍👍👌👌
Very nice