क्या लिखूं
मन की कहानी लिखूं
या आँखों का पानी लिखूं
क्या लिखूं
तितलियो का शरमाना लिखूं
या भँवरो का गुनगुनाना लिखूं
क्या लिखूं
हवाओ की झनकार लिखूं
या कोयल का गीत सदाबहार लिखूं
क्या लिखूं
बादलो में चाँद का छिप जाना लिखूं
या सूरज का हर रोज मुस्कुराना लिखूं
क्या लिखूं
धरती का श्रंगार लिखूं
या बूंदो का उपहार लिखूं
क्या लिखूं
फूलो की महक लिखूं
या पत्तो की खनक लिखूं
क्या लिखूं
गंगा की पावनता लिखूं
या नारी की शालीनता लिखूं
क्या लिखूं
दीपक का जलना लिखूं
या अंधकार चीरकर आलोक का पथ गढना लिखूं
क्या लिखूं
तारो का टिमटिमाना लिखूं
या मेरा उन्हें निहारते जाना लिखूं
क्या लिखूं
पंछियो का चहचहाना लिखूं
या कलियो का चटकना लिखूं
क्या लिखूं
मंदिर की घंटियो की आवाज लिखूं
या मस्जिद की अजान का आगाज लिखूं
क्या लिखूं
सलिला का निरंतर बहना लिखूं
या झरने का पहाङो से गिरना लिखूं
क्या लिखूं
सर्दियो की भीनी धूप का एहसास लिखूं
या रात में पङती ओस का आभास लिखूं
क्या लिखूं
सावन की रंगीली बहार लिखूं
या पतझङ के मौसम का संहार लिखूं
क्या लिखूं
हवाओ की मीठी धुन सुनाना लिखूं
या फसल का उस पर लहराना लिखूं
क्या लिखूं
पतंगे का लौ के प्रेम में मिट जाना लिखूं
या सूर्यमुखी का भानु से नयन मिलाना लिखूं
क्या लिखूं
कृष्ण की बांसुरी का संगीत लिखूं
या मीरा की उनसे प्रीत लिखूं
क्या लिखूं
गुरु के चरण स्पर्श का अद्भुत सार लिखूं
या माँ के कोमल स्पर्श में बसा प्यार लिखूं
क्या लिखूं
बचपन के लङकपन का जमाना लिखूं
या बारिशो में वो बेबजह का छपछपाना लिखूं
क्या लिखूं…………………………….
क्या लिखूं…………………………….
क्या लिखूं…………………………….
– आस्था गंगवार
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अति सुंदर …बस लिखते जाइये ……..भावों को ले बद्ध करते जाइये !
बहुत आभार आपका लिखने के लिए प्रोत्साहित किया उसके लिए सादर धन्यवाद 🙂
बहुत ही सुन्दर रचना।
बहुत धन्यवाद आपका 🙏
Ati sundar bhaav sampreshan ……….Sundar drashti ……….
धन्यवाद 🙏🙏
सब कुछ लिखें आप………………….
बहुत शुक्रिया आपका 🙏
KUCHH KYALON ME KUCHH APNO MEN KHO JAIYE … BAS CHALTE JAIYE.
जो मन में आये…..बहने दीजिये सरिता जैसे……