क्यों बदली बदली ये नजरें , क्या दिल मे छुपाये बैठी होगर प्यार मेरा तुम चाहती हो , क्यों पलकें झुकाये बैठी होइक बार करो जो तुम हाँ फिर , मैं नगमे प्यार के गाऊँगामैं तुझमे खोकर ही खुद को , खुद में तुझको ही पाऊँगाचांदनी छलकती रातों में , या दिलमोही बरसातों मेंकांधे पर सिर तेरा हो और , मेहंदी के गुल मेरे हाथों मेंगर संभव हो कुछ ऐसा तो , पग भर इस राह पे मैं चल दूँमेरी नजरें तुझमे झांके , कुछ प्रेम की भाषा मैं पढ़ लूँहर स्वप्न हकीकत में तुम हो , हर पल अब से बस तेरा हैहर धड़कन में जो बस जाओ , तुम में जीवन पा जाऊँगाइक बार करो जो तुम हाँ फिर , मैं नगमे प्यार के गाऊँगामैं तुझमे खोकर ही खुद को , खुद में तुझको ही पाऊँगाबस इतनी अब इबादत है , तुझको पाने की चाहत हैदिल मे जो भरी बेचैनी है , बस तुझसे ही तो राहत हैजीवन संगीत जुड़ा तुझसे , हर सुर मेरा अब तेरा हैमेरे दिल पर जो बंधन है , उस पर तेरा ही पहरा हैतुम बस इतना करना प्रिये , एहसान जरा सा कर देनाउदगार जो उर में करा दोगी , तुम मे ही स्वर्ग पा जाऊँगाइक बार करो जो तुम हाँ फिर , मैं नगमे प्यार के गाऊँगामैं तुझमे खोकर ही खुद को , खुद में तुझको ही पाऊँगाकवि – मनुराज वार्ष्णेय
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Priyaa ke pratri man bhaavon kaa sundar chitran Manuraaj…..
बहुत बहुत धन्यवाद मधुकर जी ….
प्रेम भावो से सजी सुंदर अभिव्यक्ति, ………..रचना पढ़ते समय कहाँ विराम लेना चाहिए उसके लिए उपयुक्त चिन्हो का प्रयोग आवश्यक है, कृपया गौर करे रचनात्मकता में निखार मिलेगा !
धन्यवाद निवातिया जी …..
आपके आदेशानुसार उचित स्थानों पर विराम चिह्न लगा दिया है
बहुत सुन्दर भाव हैं…पर लय…गति मुझे लगता बराबर नहीं बन रही…हो सकता मैं किसी और ढंग से ले रहा…गुनगुनाने में…मैंने आपके पहले पद को लिखा है…देखिये कैसे लगता…
बदली बदली सी हैं क्यूँ नज़रें, क्या दिल में छुपाये बैठी हो…
प्यार मेरा तुम चाहती हो तो, पलकें क्यूँ झुकाये बैठी हो
हाँ कह दो एक बार अगर तुम, मैं नग्में प्यार के गाऊंगा
तुम में खुद को खोकर ही तो, अपने में तुमको पाऊंगा
धन्यवाद babu cm जी …..
महोदय किसी की रचना मात्र को देखभर लेने से इस बात का अनुमान नही लगाया जा सकता कि उसने किस धुन में अथवा परिस्थितियों में रचना का सृजन किया होगा …..
इसकी अभिव्यक्ति तब तक नही हो सकती जब तक कि वह स्वयं अपनी रचना को आपके सामने प्रस्तुत न करे …
सुर लय ताल के अतिरिक्त यदि किसी भी प्रकार की कमीं हो तो बताइयेगा ….
बहुत खूबसूरत……….
धन्यवाद kajalsoni जी ……
सुन्दर..
धन्यवाद अरुण जी …….