मोदी जी ! कुछ करिएबहुत हुआ भाइयों और बहनों का संबोधनबहुत हुआ जुमलेबाजी बातो की गर्मी से ठंडी चाय मत पिलाइएमोदी जी ! कुछ करिएविदेश भ्रमण बहुत हुआभरम में मत रहिएजनता जनार्दन से डरियेमोदी जी! कुछ करिएआपके मन की बात से पेट भरता नहींकुछ काम की बात भी करिएजरा खेत की मेड़ो पर तो टहलिएमोदी जी ! कुछ करिएपुराने सामान पे नया लेबल मत चिपकाइएनोटों का रंग बहुत बदल लियाअब तो भारत को बदलिएमोदी जी ! जरा संभलिएबुलेट ट्रेन की बात जाने दीजियेकुछ जाने बचा लीजियेकिसान की सांस कहीं टूट ना जाएउनकी उम्मीद तो बन जाइएमोदी जी ! जरा संभलिएमाना की आप जैसा कोई नहींभारत की युवाओ का दम भी तो कम नहींस्किल इण्डिया स्टार्टअप इण्डिया स्टैंडअप इंडिया जाने दीजियेभारत के युवाओ को रोजगार दे दीजियेकुछ नौकरी का इंतजाम तो करिएदेखिये ! चुनाव नजदीक हैकुछ अब काम कर ही लीजियेभारत के युवा को बूढ़ा मत होने दीजियेकिसान को आत्महत्या करने से रोकियेकुछ जादू-वादू कीजियेआम आदमी की ज़िन्दगी बदल दीजियेमोदी जी ! कुछ करिए———————अभिषेक राजहंस
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
बहुत सही कहा आपने बोल बोल कर और सुन सुनकर कान पक गये जुमले बाजी के दिन गये। बात के बतंगर में अब कोइ फंसने वाला नहीं। कुछ करिये वर्ना आप भी बुंट लादने……..
देश का स्वयं का कोई भाग्य नहीं होता है
कोई एक होता है, जो गढ़ता है
सौभाग्य और दुर्भाग्य देश का
पर, वह मालिक नहीं
धनवानों का गुलाम होता है,
बहुत सुन्दर बात कही है आपने | बधाई |
bahut Acha ji
बहुत ही सुंदर……… हम सब भी यही कहना चाहतें है…..!!