गलतफहमीदिल की ये तमन्ना थी कि हमसफ़र मिले कोई अपने जैसे मिज़ाज का मिल तो गया लेकिन अब पछता रहा हूँ ये सोच सोच कर कि कितनी बड़ी गलतफहमी थी अपने बारे में मुझे शायर : सर्वजीत सिंह[email protected]
Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в день обращения. Взять потребительский кредит онлайн на выгодных условиях в в банке. Получить кредит наличными по паспорту, без справок и поручителей
behtareeeeeennnnnnn……..
बहुत बहुत आभार आपका …………………. शर्मा जी
Bahut badhiya….
बहुत बहुत धन्यवाद ………………….. अनु जी !!
Bahut khoob sarvjeet. Ekdam alag andaazee bayaan….
बहुत बहुत आभार आपका …………………… Madhukar Ji.
वाह ! क्या बात है ……………..व्यंग में यथार्थ को लपेटकर क्या गुगली मारी है ……….अति सुंदर ……………!!
बहुत बहुत शुक्रिया ………………… Nivatiya Jee.
very nice…………………
Thank you very much…………….. Madhukar Jee.
Kya khoob kaha apne ,,,,,,,,,
बहुत बहुत धन्यवाद ………………… किरण जी !!
हा..हा..बहुत बढ़िया |
बहुत बहुत शुक्रिया ……………………… अरुण जी !!