चली थी मंजिल की तरफ…… एक एक कदम बढाते हुए….. अनजान रास्तों में…. लोग मिलते गये ….. अपने बिछड़ते गये …..मिला तजुर्बा बड़ा…. मिले बहोत से गम….. सम्हाला खुद के भरोसे ने…… पहुंच कर मंजिल की ऊंचाई में…. जब पलट कर देखा….. लोग खड़े थे सभी तालियां बजाते हुए…… ओह……. ये क्या भरम था मेरा…… कि कोई साथ नहीं मेरे….. या मंजिल की ऊंचाई पर खड़े देख…… बन गये सभी गैर भी ………. ” मेरे अपने” *** काजल सोनी *****
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behtreen ……………………kajal….
तहे दिल से बहुत बहुत आभार आपका मधुकर जी…..
Atyant sunder bhaav……………….Ati sunder.
मंजिल की ऊंचाई पर खड़े देख……
बन गये सभी गैर भी ………. ” मेरे अपने”
तहे दिल से बहुत बहुत आभार आपका विजय जी……
Bahut hi sundar….Kajal ji…kafi Dino bad ….hope everything is fine with you…meri bhi rachnaye jo aapne nahi padhi, read karna….
रचना पसंद करने के लिए तहे दिल से आभार आपका
अनु जी…… हा सब ठीक है बस मेरी सेहत थोड़ी ठीक नहीं थी………. शुक्रिया आपका…..
इतनी सुन्दर और बेहतरीन रचना के लिए बहुत इन्तजार करवाया काजल जी . बहुत खूबसूरत………
,……, लाजवाब…………..,
मेरी रचना का इंतजार करने तथा सुंदर प्रतिक्रिया के लिए
तहे दिल से बहुत बहुत आभार आपका….. मीना जी….
bhut khoobsurat rachana kajal ji………..
dohe…..meri nai kavita ko padhe…………..
तहे दिल से बहुत बहुत आभार आपका मधु जी….
आपकी कविता मैं जरूर पढूंगी…..
वाह……क्या बात है…..बेहतरीन……सहज पके से मीठा होये…हाहाहाहा…
तहे दिल से बहुत बहुत आभार आपका….. शर्मा जी….
जीवन की यही सच्चाई है …………..लम्बे अंतराल के बाद अपने विषय से कुछ हटकर लेकर आयी है आप ………..बहुत सुंदर भावो को पिरोया है आपने …बधाई हो ! कुछ चुनिंदा रचनाकर है जिनकी लेखनी का यह मंच सदैव प्यासा रहता है …आप भी उनमे से एक है !
निवातिया जी मेरी रचना पसंद करने के लिए तहे दिल से बहुत बहुत आभार आपका…… और मेरी लेखनी के लिए जो शब्दों का प्रोत्साहन आपसे मिला वो बहुत ही अमुल्य हैं मेरे लिए
बहुत बहुत शुक्रिया आपका….मेरा नमन आपको….. आशिर्वाद बनाये रखे……….
Kajal JI aapki kavita se ek Sandesh Malta hai kitnI bhi kathinaiyan ayen , aage baddte raho
Safalta zaroor milegi . Sundar vichar hain
रचना के भावों को समझने का तहे दिल बहुत बहुत धन्यवाद आपका…….. किरन जी…….
aisa hi hota ha aaj ke kalyug ma nahi to koi sath nahi deta sachhai ha ye bahatareen………..
तहे दिल से शुक्रिया आपका सुभाष जी………