समय रुकता नही, चलता लगातार,टिक-टिक करता, पल-पल अौर बारबार।लो आया जन्मदिन तेरा, फिर एक बार,मेरे लिये जैसे है ये, एक पारिवारिक त्योहार,अभिनंदन, आशीष बधाइयाँ,मिलती रहे सबसे तुझे अपरंपार।सितारों की तरह तू चमके,बहारों की तरह तू झूमें,परिंदों की तरह तू ऊँचाइयों को छू सके,सफलता की सीढ़ियाँ तू चढ़ती रहे।आकाँक्षाएँ तो मेरी हैं अनंत,काश् हो पाएँ सारी ही जीवंत।
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bdhiya bbita ji ………
dohe…..bhi padhiye aur comment dijiye..
Ati sundar bhavaavyakti…….
bahut sundar…………
Bahut sunder……..
Bahut sundar…
Very nice …..
बहुत खूबसरत अभिव्यक्ति बबिता जी……..!!
जहां तक मुझे समझ आया यह रचना आपने अपनी संतान के प्रति समर्पित की… मेरी और से उन्हें जन्मदिन की हार्दिक बधाई के साथ कोटिश आशीष !!
बहुत सुन्दर…………