मौसम हो गया फागुनी अशोक कुमार शुक्ला 06/02/2012 यश मालवीय No Comments सपने मैरून हुये शाम बैंजनी बोलते धुधलके में छुपी रोशनी कौंध रहे बादल की छांँव के बसेरे बडा कठिन अपने से कोई मुंह फेरे हर जुगनू में चमकी धूप … [Continue Reading...]
गाए फगुआ कबीर अशोक कुमार शुक्ला 06/02/2012 यश मालवीय No Comments गाए फगुआ कबीर जागे सुलझे हैं सौ सवाल हर आहट है गुलाल गीत गुनगुनाने हैं पूजा का सजा थाल अच्छा है हालचाल ओढ़ें हैं हवा शाल होंठ पर बहाने … [Continue Reading...]