कैसे चंद लफ़्ज़ों में सारा प्यार लिखूँ मैं……….. DGupta_28 03/08/2012 दिनेश गुप्ता 'दिन' 1 Comment शब्द नए चुनकर गीत वही हर बार लिखूँ मैं उन दो आँखों में अपना सारा संसार लिखूँ मैं विरह की वेदना लिखूँ या मिलन की झंकार लिखूँ मैं कैसे … [Continue Reading...]
दीया अंतिम आस का [एक सिपाही की शहादत के अंतिम क्षण ] DGupta_28 03/08/2012 दिनेश गुप्ता 'दिन' 4 Comments दीया अंतिम आस का, प्याला अंतिम प्यास का वक्त नहीं अब, हास परिहास उपहास का कदम बढाकर मंजिल छू लूँ, हाथ उठाकर आसमाँ पहर अंतिम रात का, इंतज़ार प्रभात … [Continue Reading...]