मेरे गुरु–पियुष राज पियुष राज 05/09/2016 पियुष राज 5 Comments मेरे गुरु हाथ पकड़कर जिसने मुझे पढ़ना-लिखना सिखाया भाषा-अक्षर का बोध जिसने मुझे कराया दुनिया के साथ कदम मिलाकर जिसने चलना सिखाया जिसने की मेरी जिन्दगी शुरू वो है … [Continue Reading...]