तुम्हारे बिन मुझे मेरा सहारा भी नहीं मुमकिन Er Anand Sagar Pandey 03/08/2016 अज्ञात कवि 10 Comments नफे की बात क्या करना खसारा भी नहीं मुमकिन, तुम्हारे बिन मेरा इक पल गुज़ारा भी नहीं मुमकिन l अगर तुम साथ रहते हो तो दुनिया साथ रहती है, … [Continue Reading...]