शगूफा डी. के. निवातिया 05/12/2016 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 8 Comments हर रोज़ कोई शगूफा नया चाहिए अच्छा हो या बुरा पर नया चाहिए ऊब जाते है लोग एक ही खबर से बाजार में मसाला रोज़ नया चाहिए !! ! … [Continue Reading...]