आंख खुली तो माँ तुम मिली.
साथ में पापा की प्यारी ,
मुस्कान मिली .
और चारो तरफ स्वार्थ की ,
चद्दर बिछी मिली .
जो हर कोई ओढे हुए था ,
एक तू ही ये चद्दर ओढे न मिली .
सबका प्यार पाकर पता चला ,
एक तेरा प्यार ही सच्चा है .
क्योकि तूने ही बिना देखे ही ,
मुझे प्यार किया था .
और उस प्यार से ही ,
तेरी हर साँस से ,
मेरी हर साँस चली……
हाँ माँ मेरी हर साँस तुझसे चली……
ANJALI YADAV KGMU LKO
सौफीसदी सत्य…..यथार्थ…..हर शब्द छोटा है मेरा….नमन भावों को आपके…….
Heartily thanks sir
अति सुंदर ……निश्छल प्रेम की एकमात्र मिसाल होती है माँ !
Tha ku sir
Very true and touching Anjali…….
Very nice Anjali….
Thank u
Bahut sundar anjali ji
Thanks to all seniors
Bahut sunder……………………
आंख खुली तो माँ तुम मिली.
साथ में पापा की प्यारी ,
मुस्कान मिली .
kya kahna Anajli !
धन्यवाद