माफ़ कर देना माँ
तुझे मातृ दिवस पर याद नहीं किया मैंने
शायद गुम गया कही मातृ दिवस
तेरे निश्छल प्रेम की ओट में
हर क्षण जो छायी रहती है ह्रदय पटल पर
तेरे कोटि आशीषो की छत्र-छाया
किस पल नहीं होती तुम मेरे पास
अचानक चलते चलते जब ठोकर लग जाती है
अनायास ही निकल जाता है ओह ! माँ
हँसते हँसते किसी बात पर
जब दर्द करने लगता है उदर
स्वत: ही दोहरा जाता है
वही एक शब्द ओह्ह माँ…ओह्ह माँ
धरा पर कदम रखता हूँ तो याद आती है माँ
आसमा में चाँद को निहारु
तो पुनरावृति होती है मां-मां
बच्चो संग पत्नी का स्नेह देखता हूँ
बचपन की यादो में खो जाता हूँ
आँखों में फिर वही अक्स उभर आता है
जहन में तुम्हारा ही तो बसेरा होता है
कितनी अनगिनत भाव है
शब्दों में कैसे ब्यान करूँ माँ
एक तेरे ही रही करम से दुनिया में अस्तित्व है मेरा
तेरे सिवा इस दुनिया में क्या कुछ है मेरा
भले ही दूर बैठी हो तुम मगर
मेरे इर्द गिर्द सैदव तेरा साया रहता है
रोज़ कुछ ऐसा होता है
जब अनायास ही मुख से माँ निकल जाता है
मुझे माफ़ करे देना माँ
मातृ दिवस मेरे लिए कोई महत्व नहीं रखता
मेरे लिए तेरा होना ही सब कुछ है
दिखावे की इस दुनिया मैं बोना हूँ
तेरी नजर में तो आज भी सोना हूँ
अपना साया दूर न होने देना माँ
मुझको तुम कभी ना रोने देना माँ !!
शायद इसी में खो जाता है मेरा मातृ दिवस माँ
मुझको माफ़ कर देना माँ मुझको माफ़ कर देना माँ
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डी. के निवातिया
sir mere pas aisa koi shabd nhi hai ki mai tarif karu is khoobsoorat kavita ka koi ant nhi hai .
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका …………ANGEL YADAV
Bahut sundar rachna…Nivatiyaji….
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका ….ANU JI.
बहुत ही सूंदर रचना…………………
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका ………VIJAY JI
Sachchai bhaavnaae darshaati sundar rachnaa……
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका ………SHISHIR JI.
मन्त्रमुग्ध करने वाले भाव ……., माँ के प्रति सन्तान के असीम अनुराग की भावना प्रकट करती अनूठी रचना …..,अति सुन्दर ……..,
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका ……………..MEENA JI.
दुनियाँ में निच्छल निष्कपट प्रेम है तो सिर्फ माँ का प्रेम…….
आपकी हर रचना समाज के किसी विशेष पहलू को लेकर रहती है जो की सब को एक दर्पण दिखाने का काम करती है……
माँ तो माँ है….जितना भी लिखा जाए कम लगता है…
अफ़सोस है की आज मातृदिवस घर से ज्यादा fb और व्हट्सप में प्रचलित हो रहा है……
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका ….AUNJ
Bahut sunder……..
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका …..MANOJ
Maa ki ek dard bharosha distance Jo many much kar dene wali manta aur pyar hai Wah…..
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका ……..BINDU JI
माँ चरणों में समर्पित भावों को मेरा नमन……हर माँ को प्रणाम…..जय हो….
उत्साहवर्धन करती अमूल्य परतक्रिया के ह्रदय आभार आपका …………BABBU JI.
Behad khubsurat rachna sir….. Padh ker anand aa gya
Behad khubsurat rachna sir….. Padh ker anand aa gya……….