मैं और तू
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शीर्ष लोम से चरण नख तक
एक तेरे ही नाम से बंधी हूँ मैं
अंग अंग किया अर्पण तुझ पर
सौगंध के वचनों में सधी हूँ मैं !!
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कोई पूछता है मेरा नाम पता
नजर तेरी और झुका देती हूँ मैं
मेरा मुझ में कुछ नही तेरे बिन
सृष्टि में बस तेरे लिये बनी हूँ मैं !!
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माना तेरा सब कुछ मेरा है
हर मोड़ पर मेरी पहचान है तू !
कोख से लेकर शैय्या तक
मेरी बनती रही सूत्रधार है तू !!
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नादाँ है जो न समझे तुझको
सम्पूर्ण जीवन का सार है तू
बिन तेरे ये जीवन यज्ञ अधूरा
जिंदगी के अचूक हर वार की, मेरे लिये बनी शशक्त ढाल है तू !!
मेरा मुझ में कुछ नही तेरे बिन, मैं निर्जर शरीर और प्राण है तू !!
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डी. के. निवातिया
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वाह……….मंत्रमुग्ध करती…बार बार पढ़ने को रूह तरसे जिसको ऐसी रचना….जैसे शिव शक्ति का अभिप्राय प्रकट कर दिया हो…..शिव शव ही तो हैं बिना शक्ति के….ऐसे ही हर सजीव निर्जीव है बिना शक्ति के…..प्राणों को अपने में समाहित करते बहती ऐसी रचना है जिसकी प्रशंसा में शब्द नहीं हैं…. आपकी सोच…कलम…शब्दों के भावों में बहती रसधारा का पान करने का आनंद ब्यान कैसे कर सकता मैं नाचीज़…. नमन आपकी रचना…कलम…सोच…आपको…जय हो……..
ह्रदय में ऊर्जा का संचार कर देने वाली अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से आभार कोटिश धन्यवाद आपा बब्बू जी !
बहोत खूब Niwatiya sir….. रचना शैली को सलाम…
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद राकेश आर्यन !
Bahut hi sundar rachna Nivatiya ji….
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद अनु जी !
ati sundar ……………
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद शिशिर जी !
बहुत ही बेहतरीन…………. भाव और शब्द सब कुछ खुबसूरत…………….. निवातिया जी……..
आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद काजल !
बहुत ही बढ़िया ……………………………….. कमाल ……………………………….. लाजवाब निवातिया जी !!
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद सर्वजीत जी !
लाजवाब रचना।
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद अजय !
मन्त्रमुग्ध करती बेहद खूबसूरत रचना निवातिया जी ।
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद मीना जी !
Bahut hi sunder sahab….khas ker कोई पूछता है मेरा नाम पता
नजर तेरी और झुका देती हूँ मैं……… Lajabab hai…….bilkul sata
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद श्याम !
lajawab rachna sir…………………..
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद मनी !
bhut hi sundar rachana ………nivatiya ji…….gajab….
आपकी अमूल्य प्रतिक्रिया का ह्रदय से धन्यवाद मधु जी !
वाह!क्या बात है बहुत बहुत बहुत सुंदर।
अमूल्य वचनो का तहदिल से शुक्रिया आपका …….!!